Haryana Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के तहत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज यानी शुक्रवार को बल्लभगढ़ पहुंचेंगे। उनका उद्देश्य भाजपा के प्रत्याशी मूलचंद शर्मा के नामांकन पत्र दाखिल करने में सहायता करना है। मूलचंद शर्मा भाजपा सरकार में उद्योग और वाणिज्य मंत्री हैं और पार्टी ने उन्हें बल्लभगढ़ से तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है।
नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया
आज विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का दूसरा दिन है। मूलचंद शर्मा आज सब-डिवीजनल ऑफिस परिसर में पहुंचेंगे और नामांकन पत्र को विधानसभा निर्वाचन अधिकारी मयंक भारद्वाज के ऑफिस में जमा करेंगे।
मंत्री कृष्णपाल गुर्जर भी उपस्थित होंगे
इस महत्वपूर्ण अवसर पर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर भी मूलचंद शर्मा के साथ होंगे। मूलचंद शर्मा पहले अपने कार्यालय सेक्टर-2 में हवन करेंगे, इसके बाद एक काफिले के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए ऑफिस जाएंगे।
मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का पालन
चुनाव आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए चुनाव और पंजीकरण अधिकारी के कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में सेक्शन 163 लागू किया गया है। वाहनों को कार्यालय से 100 मीटर दूर रोक दिया जाएगा। केवल तीन वाहनों को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी और पांच लोगों को कार्यालय में प्रवेश की अनुमति होगी। पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
मुख्यमंत्री और मंत्री की भूमिका
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बल्लभगढ़ दौरा भाजपा के चुनाव प्रचार के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखा जा रहा है। उनके साथ मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की उपस्थिति भी भाजपा के समर्थन को और मजबूत करने का संकेत देती है। मूलचंद शर्मा की तैनाती से यह स्पष्ट होता है कि पार्टी बल्लभगढ़ में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
सारांश
हरियाणा विधानसभा चुनाव के आगामी चरण में भाजपा की स्थिति को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का बल्लभगढ़ में मूलचंद शर्मा के नामांकन में भाग लेना महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यह भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा है और पार्टी के समर्थकों को यह संदेश देने का एक तरीका है कि भाजपा इस चुनावी मुकाबले में गंभीरता से जुटी हुई है। चुनाव आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई तैयारियां भी यह दर्शाती हैं कि चुनाव प्रक्रिया के प्रति गंभीरता बनी हुई है।