दाना चक्रवाती तूफ़ान के गुरुवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के समुद्री तट से टकराने की आशंका है. इसको देखते हुए दोनों राज्यों का प्रशासन तैयारियों में जुटा है.
दाना तूफ़ान पर भारतीय मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहन्ती ने जानकारी दी है.
उन्होंने कहा है, “दाना तूफ़ान ने पिछली रात एक घातक चक्रवाती तूफ़ान का रूप ले लिया है और यह पिछले छह घंटों से उत्तर पश्चिम दिशा में 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है.”
मनोरमा मोहन्ती ने बताया है कि दाना तूफ़ान अभी ओडिशा के पाराद्वीप से 260 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की ओर मध्य और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर है.
उन्होंने बताया है कि इसके उत्तर पश्चिम में उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने की आशंका है. दाना तूफान गुरुवार देर रात को तट से भयंकर चक्रवाती तूफान के रूप में टकरा सकता है. इस दौरान उसकी रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी.
मौसम विभाग की निदेशक ने बताया है, “मयूरभंज, भद्रक, बालेश्वर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, जगतसिंहपुर, कटक में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं पूरी, खोरदा, नयागढ़, ढेनकनाल और केंडोझार जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.”
पश्चिम बंगाल सरकार ने नौ ज़िलों के तमाम स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है.
जिला प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. पहले से समुद्र में गए मछुआरों को वापस बुला लिया गया है. तटीय इलाकों में माइक के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है.
ओडिशा के मशहूर पर्यटन स्थल पुरी से मंगलवार को पर्यटकों को बाहर निकाल लिया गया है. पहले से बुकिंग कर चुके पर्यटकों को पुरी आने से मना कर दिया गया है. राज्य में 23 से 25 तक 14 ज़िलों के सभी स्कूल बंद रहेंगे. दाना को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दौरा भी स्थगित कर दिया गया है.