जानिये Blood Sugar Manage करने में कितने असरदार है यह 4 Homeopathic उपचार

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How Homeopathy Can Help Treat Diabetes: डायबिटीज एक लाइलाज गंभीर बीमारी है और इसके लक्षणों को कम करने के लिए कई अंग्रेजी दवाएं मौजूद हैं, कुछ लोग मानते हैं कि होमियोपैथी के जरिये भी डायबिटीज को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है, चलिए जानते हैं इस बात में कितना दम है।

आज यानी 10 अप्रैल को वर्ल्ड होम्योपैथी डे (World Homoeopathy Day) मनाया जा रहा है। यह दिन डॉ। सैमुअल हैनीमैन की जयंती का प्रतीक है, जिन्हें होम्योपैथी का संस्थापक माना जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य होम्योपैथिक उपचार या दवाओं दवाओं के उपयोग के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस साल यानी 2023 में वर्ल्ड होम्योपैथी डे की थीम ‘One Health, One Family’ है।

होम्योपैथी वैकल्पिक चिकित्सा का इतिहास 200 साल से भी पुराना है और यह शरीर की खुद को ठीक करने की क्षमता को मजबूत करने का दावा करता है। इसका इस्तेमाल कई रोगों के इलाज के लिए हो रहा है। आज इस दिवस पर हम जानेंगे कि क्या होम्योपैथी के जरिये डायबिटीज को भी कंट्रोल रखने में अदद मिल सकती है?

मधुमेह या डायबिटीज (Diabetes) एक लाइलाज बीमारी है, इसे सिर्फ दवाओं, हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के जरिये कंट्रोल रखा जा सकता है। इसमें शुगर की मात्रा बढ़ने लगता है और इसे कंट्रोल करने वाला हार्मोन इंसुलिन का कम उत्पादन होने लगता है। डायबिटीज के मरीजों को लगातार भूख लगना, थकान, अधिक प्यास, अत्यधिक पेशाब, मुंह का सूखना, घाव का ठीक न होना और धुंधला दिखना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं रहने से शरीर के अन्य अंगों को भी गंभीर नुकसान होता है।

डायबिटीज और होम्योपैथी

होम्योपैथी एक वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है। इसे होम्योपैथिक दवा भी कहते हैं। होम्योपैथी में इस बात को बढ़ावा दिया जाता है कि आप एक प्राकृतिक पदार्थों के जरिये भी किसी रोग के लक्षणों का इलाज कर सकते हैं। ‘लाइक क्योर लाइक’ होम्योपैथिक का सिद्धांत है। डायबिटीज के लक्षणों के इलाज के लिए कई होम्योपैथिक उपचार उपलब्ध हैं। बहुत सी हेल्थ एजेंसी डायबिटीज के लक्षणों के इलाज के लिए होम्योपैथी की सलाह नहीं देती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वर्तमान में इस बात का बहुत कम या कोई सबूत नहीं है कि होम्योपैथी डायबिटीज के इलाज के लिए प्रभावी है। अगर आप डायबिटीज के इलाज के लिए होम्योपैथी का उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

मर्ज का मीठ इलाज है होमियोपैथी

डायबिटीज के लक्षणों के लिए होम्योपैथिक उपचार

होम्योपैथिक उपचार मिनरल्स, पौधों, या जानवरों से प्राप्त होते हैं और इन सभी को प्राकृतिक स्रोत माना जाता है। होम्योपैथिक सिद्धांत के अनुसार जब कोई व्यक्ति किसी पदार्थ को पतला करता है, तो वह पदार्थ उसकी चिकित्सीय शक्ति को बढ़ा देता है। प्राकृतिक पदार्थ उस बिंदु तक पतला हो जाता है जहां उपचार में उस पदार्थ की केवल ट्रेस मात्रा होती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी पदार्थ को पतला करके आप उससे छोटे चीनी के गोले, मलहम, ड्रॉप, क्रीम या गोलियां बन सकती हैं। होम्योपैथिक उपचार के लिए कई तरह उत्पाद आपको मिल सकते हैं।

काला आलूबुखारा

इसे साइजीगियम जंबोलेनम या एस क्यूमिनी (ब्लैक प्लम) कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसमें डायबिटीज के लक्षणों जैसे- प्यास, कमजोरी, त्वचा के अल्सर और अत्यधिक पेशाब के इलाज में मदद करने की क्षमता होती है।

कोनियम हेमलॉक

हेमलॉक एक जहरीला पौधा होता है जिसके रस का कई दवाएं बनाने में इस्तेमाल होता है। इसका इस्तेमाल पैरों और हाथों में सुन्नता के साथ-साथ डायबिटिक न्यूरोपैथी, या नर्व डैमेज का इलाज करने में मदद मिल सकती है।

प्लंबम (लेड)

Lead (Pb) electrolityc

लेड एक तरह की धातु है और इसका इस्तेमाल दवाएं बनाने के साथ बहुत सी चीजों में होता है। ऐसा मन जाता है कि यह डायबिटीज के लक्षणों जैसे हाथ और पैरों में सुन्नता, नसों में दर्द और टिनिटस में मदद कर सकता है।

मैरीगोल्ड

फूल का यह पौधा सिर्फ घर की सुंदरता नहीं बढ़ाता बल्कि इसका इस्तेमाल कई दवाएं बनाने में भी किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अल्सर के इलाज में मदद कर सकता है।

डायबिटीज के लिए होम्योपैथिक इलाज कितना असरदार

साल 2014 के एक पशु अध्ययन (Ref) में पाया गया कि सिजगियम जंबोलेनम ने चूहों पर अच्छा असर दिखाया। अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला कि होम्योपैथिक उपचार के रूप में यह औषधीय रूप में काम करता है। हालांकि इसका इसका मानव पर परीक्षण नहीं किया गया। ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान परिषद (NHMRC) द्वारा 2015 में की गई एक शोध (Ref) ने होम्योपैथी की प्रभावशीलता का आकलन किया। लेकिन शोधकर्ताओं को लगातार सबूत नहीं मिले कि परीक्षण की गई किसी भी स्थिति के इलाज के लिए होम्योपैथी प्रभावी थी। हालांकि होम्योपैथिक उपचार करने वाले एक्सपर्ट्स डायबिटीज का इलाज करने में संतुलित आहार और व्यायाम का समर्थन करते हैं। वे यह भी मानते हैं कि इंसुलिन का कोई विकल्प नहीं है।

इस बात का रखें विशेष ध्यान

​FDA का मानना है कि होम्योपैथिक उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाएं सुरक्षित हैं। संस्था का यह भी मानना है कि अगर लोग गलत तरीके से इनका निर्माण करते हैं तो ये उत्पाद स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं। इसलिए आप कोई भी दवा किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह पर लें। ध्यान रहे कि इसका इलाज लंबा होता है और दवाएं धीरे-धीरे असर करती हैं इसलिए अपने इलाज को ठीक होने तक जारी रखें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Hind News Tv
Author: Hind News Tv

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